UP POLICE CONSTABLE PREVIOUS YEAR QUESTION PAPERS PDF WITH SOLUTION YEAR 2018 SET 7 HINDI
Ques:114-वर्णों के कितने भेद हैं?
- दस
- सात
- दो
- आठ
वर्णों के दो भेद होते हैं : (i) स्वर वर्ण (ii) व्यंजन वर्ण ।
Ques:115-निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द स्त्रीलिंग है :
- मालिक
- कहार
- पाठक -
- योगिनी
विकल्प में वर्णित ‘योगिनी‘ शब्द स्त्रीलिंग है जबकि शेष अन्य पुल्लिंग।
Ques:116-पुल्लिंग शब्द का चयन कीजिए :
- नायिका
- लेखिका
- वधू
- धावक
116-(4) विकल्प में वर्णित ‘धावक‘ शब्द पुल्लिंग है जबकि शेष अन्य स्त्रीलिंग |
Ques:117-शिक्षक का बहुवचन होगा
- शिक्षकों
- शिक्षका
- शिक्षिकाएँ
- शिक्षकगण
117-(1) शिक्षक का बहुवचन रूप ‘शिक्षकों‘ होगा। विदित है कि जब पुल्लिंग शब्द ‘अकारान्त‘ यानि जिस शब्द के अंतिम वर्ण में स्वर ‘अ‘ हो तो उसका बहुवचन बनाने के लिए ‘अ‘ के स्थान पर ‘ओ‘ का प्रयोग करते हैं।
Ques:118-माँ ने बाजार से कपड़ा खरीदा। रेखांकित शब्द का कारक बताइए ।
- कर्ता कारक
- करण कारक
- कर्म कारक
- अधिकरण कारक
118-(2) रेखांकित शब्द में ‘करण कारक‘ प्रयुक्त हुआ है। विदित है कि ‘करण कारक‘ का कारकीय चिह्न ‘से‘ होता है तथा ‘से‘ यहाँ जुड़ाव का बोध कराता है।
Ques:119-यह मेरी पतंग है। रेखांकित का भेद बताइए |
- निश्चयवाचक सर्वनाम
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम
- निजवाचक सर्वनाम
- प्रश्नवाचक सर्वनाम
119-(1) रेखांकित शब्द निश्चयवाचक सर्वनाम का द्योतक है। निश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण हैं- यह, वह आदि।
Ques:120-‘समझदार‘ शब्द विशेषण का कौन सा भेद है :
- सार्वनामिक विशेषण
- संख्यावाचक विशेषण
- परिणामवाचक विशेषण
- गुणवाचक विशेषण
120-(4) ‘समझदार‘ शब्द गुणवाचक विशेषण है। गुणवाचक विशेषण वह होता है जो संज्ञा के गुण, रंग, दशा, काल, स्थान और आकार का ज्ञान कराए।
Ques:121-‘चर्चा‘ शब्द से बना विशेषण है :
- चर्चाएँ
- चार्चा
- चर्चित
- चर्या
121-(3) ‘चर्चा‘ शब्द से निर्मित विशेषण ‘चर्चित ‘ होगा।
Ques:122-‘धातु कहते हैं : ‘
- क्रिया के मूल रूप को
- क्रिया के सामान्य रूप को
- क्रिया के उत्तम रूप को
- क्रिया के संपूर्ण रूप को
122-(1) ‘धातु‘ क्रिया के मूल रूप को कहते हैं। सभी प्रकार की क्रियाएँ कुछ मूल शब्दों से बनी हैं, जिसे ‘धातु‘ कहते हैं, जैसे ‘खायेगा‘ में ‘खा‘ धातु है।
Ques:123-भूतकाल के कितने भेद हैं?
- सात
- छ:
- नौ
- चार
123-(3) भूतकाल के नौ रूप हैं: (i) सामान्य भूत (ii) नेमी भूत (iii) आसन्न भूत (iv) पूर्ण भूत (v) संदिग्ध भूत (vi) हेतुहेतुमद् भूत (vii) नेमी संकेतार्थ भूत (viii) पूर्ण संकेतार्थ भूत (ix) संभाव्य भूत ।
Ques:124-तद्भव शब्द बने हैं
- हिंदी के मूल शब्दों से
- विदेशी शब्दों से
- उर्दू शब्दों में बदलाव से
- संस्कृत शब्दों में कुछ बदलाव से
124-(4) संस्कृत के वे शब्द जो रूप परिवर्तन के साथ हिन्दी में प्रयुक्त होते हैं तद्भव कहलाते हैं। इस प्रकार स्पष्ट है कि तद्भव शब्द संस्कृत शब्दों के कुछ बदलाव से बने हैं।
Ques:125-तत्सम शब्द पहचानिए :
- निद्रा
- कान
- मोर
- बंदर
125-(1) विकल्प में वर्णित शब्दों में ‘निद्रा‘ तत्सम शब्द है जबकि शेष अन्य तद्भव शब्द हैं।
Ques:126-पर्याय शब्दों का कौन-सा समूह सही नहीं है?
- पाठशाला, विद्यालय, स्कूल
- नारी, महिला, औरत
- पहाड़, पर्वत, पुस्तक.
- आग, अग्नि, अनल
126-(3) ‘पुस्तक‘ शब्द पर्वत का पर्यायवाची नहीं है बल्कि ‘किताब‘ का पर्यायवाची है। शेष अन्य युग्म सही हैं।
Ques:127-इनमें से सही विलोम शब्द युग्म कौन-सा है?
- आदान-प्रदान
- आदान-निदान
- प्रदान- विदान
- आदान- समाधान
127-(1) विकल्प में वर्णित युग्मों में सही विलोम शब्द युग्म है- आदान-प्रदान ।
Ques:128-‘और‘ शब्द के अनेकार्थी शब्द- समूह का चयन कीजिए :
- अन्य - उसका
- दूसरा तथा
- सब परंतु
- परंतु अपना
128-(2) ‘और‘ शब्द का अनेकार्थी शब्द-समूह है- दूसरा, तथा आदि ।
Ques:129-‘जो काम करना कठिन हो‘ वाक्यांश के लिए एक शब्द लिखिए :
- Option : 1
- Option : 2
- Option : 3
- Option : 4
129-(1) ‘जो काम करना कठिन हो‘ वाक्यांश के लिए एक शब्द ‘दुष्कर‘ होगा।
Ques:130-पक्षी पेड़ों पर अपना
- नीर
- दूभर
- नीड
- असंभव • बनाते हैं।
130-(3) पक्षी पेड़ों पर अपना ‘नीड़‘ बनाते हैं।
Ques:131-‘अनु‘ उपसर्ग से बना
- अनुचर शब्द है :
- अनुपमा.
- अतर
- अनुत्तर
131-(1) अनु + चर अनुचर (उपसर्ग)
Ques:132-‘भुलक्कड़‘ शब्द में किस प्रत्यय का प्रयोग हुआ है?
- भू
- ड
- अक्कड़
- भूल
132-(1) भुलक्कड़ भूल + अक्कड़ ↓
Ques:133-गीतांजलि का सही संधि विच्छेद है :
- गीता + अन्य
- गीत + जली
- गीता + अंजलि
- गीत + अंजलि
133-(4) गीतांजलि आ अ + अ (प्रत्यय) गीत + अंजलि यह दीर्घ स्वर संधि का उदाहरण है।
Ques:134-सभी मिलकर स्कूल जाता है। वाक्य का शुद्ध रूप होगा :
- सभी मिलकर स्कूल गए।
- सभी मिलकर साथ स्कूल जाते हैं।
- सभी मिलकर स्कूल जाते हैं।
- सभी साथ स्कूल जाते हैं।
134-(3) विकल्प में वर्णित वाक्यों में शुद्ध वाक्य है- ‘सभी मिलकर स्कूल जाते हैं। ‘
Ques:135-” रसोईघर” में कौन-सा समास है?
- अव्ययी भाव
- तत्पुरुष
- द्विगु
- द्वन्द्व
135-(2) रसोईघर का समास विग्रह होगा - रसोई के लिए घर । . यह संप्रदान तत्पुरुष का उदाहरण है। -
Ques:136-मैं खाता हूँ। कर्मवाच्य रूप होगा :
- मुझसे खाया जाता था ।
- मेरे से खाया जाता है।
- मुझसे खाया नहीं जाता है।
- मुझसे खाया जाता है।
136-(4) दिया गया वाक्य ‘मैं खाता हूँ‘ कर्तृवाच्य का रूप है जिसका कर्म वाच्य रूप होगा- ‘मुझसे खाया जाता है‘।
Ques:137-मैं रोज पढ़ता हूँ। वाक्य में क्रिया विशेषण का भेद है :
- स्थानवाचक क्रिया विशेषण
- रीतिवाचक क्रिया विशेषण
- कालवाचक क्रिया विशेषण
- परिणामवाचक क्रिया विशेषण
137-(3) उपर्युक्त वाक्य में प्रयुक्त ‘रोज‘ शब्द कालवाचक क्रिया विशेषण है।
Ques:138-निम्न में से योजक चिह्न है 0
- ?
- !
- -
- /
138-(3) दिए गए विकल्प में (-) योजक चिह्न है।
Ques:139-घी के दीये जलाना - है :
- रोशनी करना
- खुशी मनाना
- प्रसन्न होना
- घी लाना मुहावरे का अर्थ
139-(2) उपर्युक्त मुहावरे का सही अर्थ ‘खुशी मनाना‘ है।
Ques:140-लोकोक्ति का सामान्य अर्थ है
- लोक की उक्ति
- लोक की बातें
- लोगों के लेख
- अच्छी बातें
140-(1) लोकोक्ति का सामान्य अर्थ ‘लोक की उक्ति‘ है।
Ques:141-चमक उठी सन सत्तावन में वो तलवार पुरानी थी। रस भेद बताइए ।
- भक्ति रस
- वीर रस
- हास्य रस
- शृंगार रस
141-(2) उपर्युक्त वाक्य में ‘वीर रस‘ प्रयुक्त हुआ है। ‘वीर रस‘ का स्थायी भाव ‘उत्साह‘ होता है। इस रस का संचारी भाव आवेग, गर्व, असूया, अमर्ष, उग्रता आदि है।
Ques:142-चौपाई के प्रत्येक चरण में कितनी मात्राएँ होती हैं?
- बीस
- सत्रह
- पंद्रह
- सोलह
142-(4) चौपाई के प्रत्येक चरण में 16 मात्राएँ - होती हैं। चरण के अंत में जंगण (151) अथवा तगण (SSI) नहीं होते हैं। प्रथम और द्वितीय चरणों में ‘तुक‘ समान होती
Ques:143-काली घटा का घमंड घटा। अलंकार बताइए :
- यमक अलंकार
- उपमा अलंकार
- अनुप्रास अलंकार
- रूपक अलंकार
143-(1) उपर्युक्त वाक्य में यमक अलंकार प्रयुक्त हुआ है। यमक का अर्थ ‘दो‘ है। इस अलंकार में एक ही प्रकार के शब्दों का बार-बार प्रयोग होता है किन्तु इनके अर्थ भिन्न होते हैं।
Ques:निर्देश (144-148 ) : निम्नलिखित गद्यांश के आधार पर प्रश्नों के उत्तर दीजिए : विश्व की कोई भी ऐसी सभ्यता नहीं है, जिसने वनों के मूल्य को न आँका हो। वन विभिन्न प्रकार के पशु-पक्षियों तथा प्रजातियों के लिए एकमात्र आश्रय स्थल थे और आज भी हैं। वनों के निरंतर घटने से इनके संरक्षण की आवश्यकता पड़ी। आज भी वन संरक्षण की आवश्यकता पहले जैसी ही बनी हुई है। वनों में उगे पेड़ पौध हमारी ईंधन की समस्या का समाधान करते हैं। इनसे हमें इमारतें, फर्नीचर आदि बनाने के लिए कई प्रकार की लकड़ियाँ प्राप्त होती ही हैं। साथ ही कागज बनाने के लिए कच्ची सामग्री भी उपलब्ध होती है परंतु इन्हें काटने के साथ-साथ इनका संरक्षण भी आवश्यक है। पेड़ पौधे वर्षा कराने में सहायक बनकर पर्यावरण की रक्षा करते हैं। वहीं इनमें कार्बन डाइऑक्साइड जैसी विषैली गैस को सोखने की क्षमता भी होती है, जिससे हवा में गैसों का संतुलन बना रहता है। ऐसा करके वे हमारी पृथ्वी को सुरक्षित रखते हैं। E 997-17-09 पर्यावरण की सुरक्षा के साथ-साथ हमारी सिंचाई और पेयजल की समस्या का समाधान भी .. वनों के संरक्षण से ही संभव हो सकता है। वनों के कारण ही नदियाँ अपने भीतर जल की अमृतधारा संजोकर प्रवाहित हो रही हैं। 144-वनों का मूल्य आँकने का अर्थ है :
- वनों का महत्व समझना
- वनों को अत्यधिक काटना
- वनों को बेचना
- वन लगाना
144-(1) उपर्युक्त गद्यांश के अनुसार वनों का मूल आँकने का अर्थ है महत्त्व समझना‘ । - ‘वनों का
Ques:145-आश्रय स्थल से अभिप्राय है :
- भोजन का स्थान
- घूमने का स्थान
- रहने का स्थान
- आश्रम का स्थान
145-(3) उपर्युक्त गद्यांश के अनुसार आश्रया स्थल से अभिप्राय है रहने का स्थान ।
Ques:146-वनों के संरक्षण से अभिप्राय है :
- वनों को काटना
- वनों को फैलाना
- वनों को साफ करना
- वनों को बचाना
146-(4) दिए गए गद्यांश के अनुसार वनों के ★ संरक्षण से अभिप्राय है- ‘वनों को बचाना‘.
Ques:147-वन पर्यावरण की रक्षा किस प्रकार करते हैं?
- तेज हवाएँ चलाकर
- छाया देकर
- वर्षा कराने में सहायक बनकर
- लकड़ी देकर
147-(3) वर्षा कराने में सहायक बनकर वन पर्यावरण की रक्षा करते हैं।
Ques:148-नदियों में जलधारा किसके कारण प्रवाहित हो रही है? ‘
- वनों के
- धरती के
- किसानों के
- समुद्रों के
148-(1) प्रस्तुत गद्यांश में यह स्पष्टतः उल्लिखि है कि नदियों में जलधारा वनों के कारण प्रवाहित हो रही है।
Ques:149-”जयद्रथ वध” किसकी रचना है?
- जयशंकर प्रसाद
- मैथिलीशरण गुप्त
- सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला.
- सुमित्रानंदन पंत
149-(2) ‘जयद्रथ वध‘ राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त द्वारा रचित प्रसिद्ध खंडकाव्य है।
Ques:150-‘अतीत के चलचित्र‘ किसकी रचना है?
- महादेवी वर्मा
- अयोध्या सिंह
- सियाराम शरण गुप्त
- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
150-(1) ‘अतीत के चलचित्र‘ छायावादं कवयित्री महादेवी वर्मा द्वारा रचित स प्रशंसित संस्मरणात्मक रेखाचित्र है।