UP POLICE CONSTABLE PREVIOUS YEAR QUESTION PAPERS PDF WITH SOLUTION YEAR 2006 SET 1 HINDI
Ques:31-गौरव का विलोम क्या होगा?
- शर्म
- लाघव
- हेयत
- हीनता M
32-(2) आगत का विलोम ‘विगत‘ होता है। कुछ परीक्षोपयोगी विलोम शब्द निम्नवत शब्द विलोम अतिवृष्टि अनावृष्टि अत्यधिक अत्यल्प अंतरंग बहिरी अधम उत्तम अंदरूनी बाहरी अगम सुगम अक्षम सक्षम अनभिज्ञ अभिज्ञ अनाथ सनाथ
Ques:32-आगत का विलोम क्या होगा?
- अनागत
- विगत
- तथागत
- स्वागत
33-(1) बलराम के पर्यायवाची शब्द हैं- बलभद्र, बलदेव, संकर्षण, गर्व, शेषनाग, अहंकार, राम, ईश्वर, भगवान, बलदाऊ, वायु, एककुंडल, कुबे, भ्राता, दाऊ इत्यादी हैं। • एक ही शब्द के एक से ज्यादा अर्थ निकले उसे पर्यायवाची शब्द कहते हैं, अर्थात् किसी शब्द-विशेष के लिए प्रयुक्त समानार्थक शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहते हैं। पर्यायवाची शब्द समानार्थक शब्द भी होते हैं, परंतु भाव में एक-दूसरे से बिल्कुल भिन्न होते हैं।
Ques:33-बलराम का पर्यायवाची क्या होगा ?
- बलभद्र
- प्रजापति
- यशस्वी
- बलाहक
34-(2) ऊहापोह शब्द के पर्यायवाची- असमंजस, दुविधा, उभयसंकट, हिचक, अनिश्चय, कशमकश, किंकर्तव्यविमूढ़ता, आदि है।
Ques:34-‘ऊहापोह‘ का पर्यायवाची है-
- निश्चित
- असमंजस
- अभिभूत
- व्यग्रता
35-(1) उत्कंठा के पर्यायवाची शब्द हैं-- लालसा, चाव, उत्सुकता, औत्सुक्य, चाह, आक्लेच्छा, प्रबलेच्छा। पर्यायवाची शब्द उन्हें कहते हैं, जब भिन्न- भिन्न शब्दों का अर्थ समान हो, अर्थात् एक ही शब्द के स्थान पर समान अर्थ वाले अलग अलग शब्द प्रयोग किये जा सकें।
Ques:35-‘उत्कंठा‘ का पर्यायवाची है-
- लालसा
- उत्पन्न
- उपेक्षा
- उलाहना
36-(4) ‘खोदा पहाड़ निकली चुहिया‘ का अर्थ है, अत्याधिक परिश्रम के पश्चात्, अल्प लाभ की प्राप्ति । यानी मेहनत के अनुरूप फल की प्राप्ति न होना ।
Ques:36-‘खोदा पहाड़ निकली चुहिया‘ का क्या अर्थ है ?
- पहाड़ खोदकर चुहिया निकालना
- कम परिश्रम, लाभ थोड़ा
- बहुत परिश्रम, बहुत लाभ
- परिश्रम बहुत लाभ बहुत ही थोड़ा
37-(1) ‘चौथ का चंदा होना‘ मुहावरे का अर्थ है किसी के लिये अशुभ होना । • मुहावरा मूलतः अरबी भाषा का शब्द है जिसका अर्थ है बातचीत करना या उत्तर देना । सामान्य तौर पर जिस सुगठित शब्द- समूह से लक्षणाजन्य और कभी-कभी • व्यंजनाजन्य कुछ विशिष्ट अर्थ निकलता है उसे मुहावरा कहते हैं। कई बार यह व्यंग्यात्मक भी होते हैं। मुहावरे भाषा को सुदृढ़, गतिशील और रुचिकर बनाते हैं।
Ques:37-‘ चौथ का चन्दा होना‘ मुहावरे का क्य अर्थ है? हल प्रश्न-पत्र - 13
- किसी के लिए अशुभ होना
- किसी के लिए शुभ होना
- चौथ में चन्दा वसूल करना
- चौथ का चाँद सुंदर होता है।
38-(2) नि: + चेष्ट की सन्धि ‘निश्चेष्ट‘ होगी। • दो वर्णों के मेल से होने वाले विकार को संधि कहते हैं। इस मेल को समझकर वर्णों को अलग करते हुए पदों को अलग-अलग कर देना संधि-विच्छेद है।. • हिंदी भाषा में संधि द्वारा संयुक्त शब्द लिखने का सामान्य चलन नहीं है। पर संस्कृत में इसके बिना काम नहीं चलता • संस्कृत के तत्सम शब्द ग्रहण कर लेने के कारण संस्कृत व्याकरण के संधि के नियमों को हिंदी व्याकरण में भी ग्रहण कर लिया गया है। • शब्द रचना में संधियाँ उसी प्रकार सहायक हैं जैसे उपसर्ग, प्रत्यय, समास आदि ।
Ques:38-नि: चेष्ट की सन्धि क्या होगी ?
- निश्चेष्टा
- निश्चेष्ट
- निश्चेष्टे
- निश्चष्टो
39-(1) सूरज का तत्सम ‘सूर्य‘ होता है । ● सूर्य का तद्भव रूप सूरज है। तत्सम दो शब्दों से मिलकर बना है जिसका अर्थ होता है - उसके (संस्कृत • के) समान । - तत + सम, जिन संस्कृत के मूल शब्दों को बिना किसी परिवर्तन के हिन्दी में ज्यों का त्यों प्रयोग किया जाता है, उन्हें तत्सम शब्द कहते हैं।
Ques:39-सूरज का तत्सम शब्द क्या है?
- सूर्य
- सूर्या
- सूरये
- सुरजय
40-(*) अंतर्राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय- इन दोनों शब्दों की वर्तनी सही है, पर बिलकुल अलग-अलग शब्दों के रूप में है। इन का अर्थ-भेद पकड़ने के लिए ‘अंर्त‘ और ‘अंतर‘ का अंतर स्पष्ट करना जरूरी है। ‘अंर्त‘, का अर्थ है ‘अंदर का‘ या ‘के मध्य‘ या ‘बीच में‘ ।
Ques:40-किस शब्द की वर्तनी सही है?
- अन्तरराष्ट्रीय
- अन्तर्राष्ट्रीय
- अन्तेराष्ट्रीय
- अर्न्तराष्ट्रीय
41-(3) परिणति - वर्तनी के आधार पर यह शुद्ध लिखा गया है, दिए गए विकल्पों में हैं। शेष शब्द वर्तनी के आधार पर अशुद्ध
Ques:41-सही शब्द का चयन कीजिए।
- पारणति
- परीणति
- परिणति
- पारिणति
42-(2) शेखर एक जीवनी सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्सयायन अज्ञेय का मनोविश्लेषणात्मक उपन्यास है। • इसके दो भाग हैं। प्रथम भाग का प्रकाशन 1941 में तथा दूसरे भाग का प्रकाशन 1944 में हुआ। • इसमें अज्ञेय ने बालमन पर पड़ने वाले काम, अहम और भय के प्रभाव तथा उसकी प्रकृति पर मनोवैज्ञानिक ढंग से विचार किया है।
Ques:42-‘शेखर : एक जीवनी‘ उपन्यास के लेखक कौन हैं ?
- रांगेय राघव
- अज्ञेय .
- यशपाल
- भीष्म साहनी
43-(3) यामा एक कविता-संग्रह है जिसकी रचयिता महादेवी वर्मा हैं। • इसमें उनके चार कविता संग्रह नीहार, नीरजा, रश्मि और सांध्यगीत संकलित किए गए हैं। • इस कृति को सन् 1982 में हिंदी साहित्य का सर्वोच्च पुरस्कार ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
Ques:43-यामा की रचयिता कौन हैं?
- अमृता प्रीतम
- सुभद्रा कुमारी चौहान
- महादेवी वर्मा
- मन्नू भण्डारी
44-(3) अपहरण में उपसर्ग है। ‘अप‘ = - • [ अप + हरण अपहरण] • उपसर्ग ऐसे शब्दांश जो किसी शब्द के पूर्व जुड़ कर उसके अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं या उसके अर्थ में विशेषता ला देते हैं। • उप + सर्ग का अर्थ है- किसी शब्द के समीप आ कर नया शब्द बनाना ।
Ques:44-‘अपहरण‘ में किस उपसर्ग का प्रयोग हुआ है?
- अ
- अव
- अप
- अनु
45-(2) उन्मेष (उद् + मेष) में ‘उद्‘ उपसर्ग का प्रयोग किया गया है। • वे शब्दांश जो किसी मूल शब्द के पूर्व में लगकर नए शब्द का निर्माण करते हैं अर्थात् नए अर्थ का बोध कराते हैं, उन्हें उपसर्ग कहते हैं ।
Ques:45-‘उन्मेष‘ में किस उपसर्ग का प्रयोग हुआ हैं?
- उप
- उद्
- अपि
- अभि
46-(1) ‘निगूढ में ‘नि‘ उपसर्ग का प्रयोग हुआ है। उपसर्गोंके तीन प्रकार होते : • संस्कृत उपसर्ग (जिनकी संख्या 22 है) अति, अधि, अनु, अप, अभि, अव, आ, उत्, उप, दुर, नि, परा, परि, प्र, प्रति, वि, सम्, सु, नि, दुस्, निस्, अपि । • हिंदी उपसर्ग (इनकी संख्या 10 है) अ, अध, ऊन, औ, दु, नि, बिन, भर, कु, सु। • उर्दू उपसर्ग (इनकी संख्या 19 है ) अल, ऐन, कम, खुश, गैर, दर, ना, फिल्, ब, बद, बर, बा, बिल, बिला ।
Ques:46-निगूढ़ में कौन-सा उपसर्ग प्रयुक्त हुआ है?
- नि
- परि
- निर
- अनु
47-(2) अजनबाहु एक संस्कृत शब्द है जो उस व्यक्ति का वर्णन करता है जिसकी भुजाओं की लंबाई ऐसी है कि उसकी उंगलियाँ उसके घुटने को छूती हैं। भारतीय संस्कृति में, ऐसी शारीरिक विशेषताओं वाले व्यक्ति या तो देवता, संत, राजा या महान योद्धा होते हैं।
Ques:47-‘जिसकी भुजाएँ घुटनों तक लम्बी हो‘ उसे कहते हैं-
- अजानबाहु
- आजानुबाहु
- समबाहु
- विषमबाहु
48-(4) ‘आशुतोष‘ का अर्थ होता है शीघ्र प्रसन्न होने वाला | भगवान शिव के लिये भी आशुतोष शब्द का प्रयोग किया जाता है। आशुतोष के पर्यायवाची शब्द हैं - महादेव, औढर, मनमौजी।
Ques:48-‘जो शीघ्र प्रसन्न हो जाए, उसे कहेंगे-
- प्रसन्नचित
- प्रसून
- प्रसन्ना
- आशुतोष
49-(4) आय-व्यय द्वन्द समास है । • ऐसे समास शब्द जिनमें समस्त या दोनों पद प्रधान हो और जब उन शब्दों का समास किया जाता है तो दोनों पदों को मिलाते समय और, अथवा, या, एवं इत्यादि योजक • शब्दों का उपयोग होता है, उस समास को द्वंद समास कहा जाता है। उदाहरण ऊंच-नीच, खरा - खोटा, रुपया-पैसा, मार-पीट, माता-पिता, दूध-दही इत्यादि समस्तपदों में दोनों ही पद प्रधान हैं एवं जब दोनों पदों को जोड़ा जाता है तब बीच में से ‘और‘ योजक लुप्त हो जाता है।
Ques:49-निम्न में से कौन-सा अव्ययीभाव समास नहीं है?
- यथार्थ
- प्रतिमास
- प्रतिदिन
- आय-व्यय
50-(4) मॉरीशस गणराज्य अफ्रीकी महाद्वीप के तट के दक्षिणपूर्व में लगभग 900 किलोमीटर की दूरी पर हिंद महासागर में और मेडागास्कर के पूर्व में स्थित एक द्वीपीय देश है। यहाँ हिंदुओं की आबादी तीसरे स्थान पर है। मॉरीशस की आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है, इसलिए सरकार का सारा प्रशासनिक कामकाज अंग्रेजी में होता है। शिक्षा प्रणाली में अंग्रेजी के साथ फ्रांसीसी का भी इस्तेमाल किया जाता है। फ्रांसीसी भाषा मीडिया की मुख्य भाषा है, चाहे प्रसारण हो या मुद्रण। हिन्दी भी एक बड़े वर्ग द्वारा बोली एवं समझी जाती है। सबसे व्
Ques:50-इस देश में हिंन्दी भाषा का प्रयोग लिखने एवं बोलने में किया जाता है-
- ऑस्ट्रेलिया
- दक्षिण अमेरिका
- पाकिस्तान
- मॉरीशस
51-(1) प्रश्न में दिए गए पंक्ति में असंगति अलंकार है । जहाँ आपाततः विरोध दृष्टिगत होते हुए, कार्य और कारण का वैयाधिकरण्य वर्णित हो, वहाँ असंगति अलंकार होता है । इसमें दो वस्तुओं का वर्णन होता है, जिनमें कारण कार्य सम्बन्ध होता है। इन वस्तुओं की एकदेशीय स्थिति आवश्यक है, लेकिन वर्णन भिन्नदेशत्व का किया जाता है।
Ques:51-इन पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है? दृग उरझत टूटत कुटुम जुरत चतुर चित प्रीति परत गाँठि दुरजन हिये दई नई यह रीति ।
- असंगति
- संदेह
- प्रतीप
- उत्प्रेक्षा
52-(1) मजदूर एक जातिवाचक संज्ञा है। वे शब्द जो किसी वस्तु, व्यक्ति या फिर किसी स्थान की सम्पूर्ण जाति का बोध कराते हैं, उन शब्दों को जातिवाचक संज्ञा कहा जाता है। • ठीक इसी प्रकार किसी वस्तु के लिए प्रयुक्त जातिवाचक संज्ञा का शब्द उस वस्तु का बोध ना कराके उसकी सम्पूर्ण जाति का बोध कराता है। • किसी जाति, द्रव्य, गुण, भाव, व्यक्ति, स्थान और क्रिया आदि के नाम को संज्ञा कहते हैं। यह पाँच प्रकार की होती है- 1. व्यक्तिवाचक संज्ञा 2. जातिवाचक संज्ञा 3. समूहवाचक संज्ञा 14. द्रव्यवाचक संज्ञा 5. भाववाचक सं
Ques:52-निम्नलिखित में से कौन-सा जातिवाचक संज्ञा है?
- मजदूर
- यश
- शत्रुता
- सेना
53-(3) दिए गए शब्द में C वर्ण नहीं है। अतः, शब्द VOCATION नहीं बनाया जा सकता है। REVOLUTIONARY ⇒ REVOLT REVOLUTION AR Y ⇒ TRAIL RE VOLUT IO NARY ⇒ VOLUNTARY